बिजली की आग ने लील ली किसान की फसल, भूखो मरने की नौबत

राजू सिंह/प्रचंड जनता/कौशाम्बी। सिराथू तहसील अंतर्गत ग्राम सिंघिया में एक किसान सोनेलाल मौर्य पुत्र असर्फी लाल के खेत में बिजली की तार गिर जाने से लगभग तीन बीघा गेहूँ की फसल जल कर राख हो गई। ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर क़ाबू पाया लेकिन जब तक आग बुझती तब तक किसान बर्बाद हो चुका था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि इस तरह की घटना आये दिन हो रही हैं। जिसका कारण है बिजली विभाग की लापरवाही। मेंटिनेंस के नाम पर लाखो रुपये डकार जाने वाले लोग बिजली की तारो का रख रखाव तक नही कर पाते। जिससे जरा भी तेज हवा चलने पर तार आपस मे टकराके चिंगारी छोड़ते है और आग की घटना को अंजाम देते है। ऐसे में लापरवाह विद्युत विभाग के कर्मचारियों और मेंटिनेंस के नाम पर लाखों रुपये डकार जाने वाले लोगो के खिलाफ सरकार कार्यवाही क्यों नही करती। फिलहाल किसान के खून पसीने से पोषित फसल खाक हो चुकी है। सरकारी तंत्र मुआवजा देकर मामले से अपने हाथ झाड़ लेगा। लेकिन किसान का भरण-पोषण क्या सिर्फ मुआवजे से ही पूरा हो जाएगा। इस सवाल के साथ ही लोगो ने विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ आक्रोश जताया है।
किसानों ने बताया कि विद्युत खंभो में झूलती तारो ढ़ीली तारों को सुधारने के लिए किसानों ने कई बार शिकायत भी की है। लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों को इससे क्या लेना देना है। कि एक गरीब की गाढ़ी मेहनत से पकी फसल को बिजली से उत्पन्न तारो की आग निगल लेगी।  

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