अखिरखार दौड़ता रहा फरियादी दबंग करते रहे कब्ज़ा, न ही राजस्व अधिकारियों ने सुना और न ही पुलिस ने

राजू सिंह/प्रचंड जनता/कौशांबी। कहते है "समरथ को नही दोष गोसाई" मतलब जो सामर्थ्य वाला व्यक्ति होता है वह कुछ भी करे उसका कोई दोष नही है भले ही वह किसी की जमीन पर जबरन कब्जा क्यों न कर ले। भले ही गरीब की रक्षा के लिए नियम कानून बनाये गए हो। ऐसा ही एक प्रार्थी पुलिस की चौखट में भूखा प्यासा न्याय के लिये दौड़ता रहता है। लिहाजा दबंगो ने कब्जा कर और प्रशासन के कान में जूं तक नही रेंगी। यह हाल है सराय अकिल थाना अंतर्गत चौकी बिरुई का जहां मामला छत पर लिंटर डालने का है। ग्राम रसूलपुर शुकवारा उर्फ़ रानीपुर निवासी जवाहिर पुत्र सुरजदीन ने चौकी पुलिस पर आरोप लगाया था कि ग्राम के कुछ दबंग जबरन आम रास्ते के ऊपर बार्जा डालकर कब्ज़ा करना चाहते थे।जिसकी शिकायत उप जिलाधिकारी से लेकर चौकी तक की थी। लेकिन दीपावली का मौका देखकर रास्ते के ऊपर बार्जा बना लिया है।फरियादी का आरोप है कि उसने 112 भी डायल किया था पुलिस मौके पर आई भी थी फिर भी दबंग ने काम बंद नही किया। 112 के जिम्मेदारों ने फरियादी को थाने जाने को कहा, थाने से चौकी भेजा गया,चौकी गया तो उल्टा फंसा देने की धमकी मिली और कहा गया कि हम क्या कर सकते है। अब सोचने वाली बात यह है कि अगर ऐसे प्रकरणों में राजस्व और पुलिस विभाग हस्तक्षेप नही करेगी तो पीड़ित गरीबों को न्याय कैसे मिलेगा।

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