सफाई कर्मियों को वेतन लेने में नही आती शर्म, फिर क्यों लजाते है सफाई करने में?

राजू सिंह/प्रचंड जनता/कौशाम्बी। बसपा सरकार में किसी भी वर्ग के साथ भेद न करते हुए सफाई कर्मियों की भर्ती की थी जिसमें नौकरी पाने की लालच में सभी वर्गों के लोगो ने अपना चयन कराया था। जिसके बाद इन सफाई कर्मियों द्वारा खुद के स्थान पर निजी सफाई कर्मी लगाकर कभी-कभी सफाई करवाते आ रहे है। जबकि इन सफाई कर्मियों को सरकार से पगार लेते समय शर्म नही आती लेकिन यदि सफाई करना पड़ता है तो फिर उन्हें शर्म आने लगती है। जिले के कुछ सफाई कर्मी खुद कार्य न करके अपने स्थान पर दूसरे से कार्य करवाते है।विकास खंड नेवादा के एक ग्राम का सफाई कर्मी खुद कार्य न कर दूसरे ब्यक्ति से कार्य करवाता है।कार्य करने वाला व्यक्ति 6000 रु प्रतिमाह में कार्य कर रहा है। जिम्मेदारों को इसकी खबर भी है लेकिन कार्रवाई नही होती। ग्राम पंचायतों में नित्य दिन सफाई होना चाहिए लेकिन सफाई कर्मी नदारत रहते है ऐसे में इन पर कार्रवाई होना लाजमी है।

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